एक शख्स जिनका नाम रहमतुल्लाह है वह जब पैदा हुए थे तो उनकी हरकतें बिलकुल आम बच्चों की तरह थीं। जैसे जैसे वह बड़े हुए तो उनके मुंह से कुरान की तिलावत के अलावा और कोई शब्द उनके मुंह से नहीं निकलता था। आपको बता दें कि रहमतुल्लाह जब भी बोलते हैं तो सिर्फ़ कुरान की तिलावत इसके अलावा और कुछ नहीं बोल पाते।
लेकिन काफी टाइम निकलने के बाद उनके मां बाप को लगा कि अपना बच्चा कुछ बोल नहीं पाता उन्होंने हॉस्पिटल ले जाकर डॉक्टरों को दिखाया जहा डॉक्टरों ने उनके जवान में लोकमत की बीमारी की वजह बताई जिसका इलाज काफी महंगा है रहमतुल्लाह के परिवार वाले इतना पैसा नहीं लगा पाए।
उनकी उम्र ज्यादा हुई तो उनके वालिद ने उन्हें स्कूल में भर्ती कराया लेकिन वहां भी वह कुछ नहीं बोल पाए। फिर 12 साल की उम्र में उनको एक मदरसे में भर्ती कराया गया जहां कारी साहब ने रहमतुल्लाह को 3 साल की मेहनत के बाद नूरानी कायदा मुकम्मल कराया। लेकिन उन्होंने डेढ़ साल की उम्र में ही कुरान को हिफ्ज़ कर लिया था और वह कुरान के अलावा कुछ और नहीं बोल पाते थे।