महसाणा: कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया है कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने सहारा और बिरला समूहों से पैसे लिए थे और इसकी जांच होनी चाहिए. भाजपा सरकार ने राहुल गांधी के आरोपों को ग़लत बताया है और कहा है की ऐसा राहुल गांधी ने इसलिए किया है ताकि वह अगस्ता वेस्टलैंड जांच से ध्यान भटका सकें जिसमें कांग्रेस नेताओं और परिवार का नाम आ रहा है.
प्रधानमंत्री के गृह राज्य में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि आईटी के रिकॉर्ड में सहारा अधिकारियों की नोटिंग में यह दावा किया गया है कि अक्तूबर 2013 से फरवरी 2014 के बीच उन्होंने मोदी को नौ बार भुगतान किया.
राहुल ने कहा कि इस बारे में दस्तावेज आईटी विभाग के पास है, जिसने कंपनी पर उस समय छापा मारा था जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से आयकर विभाग के दस्तावेज के अनुसार बिरला समूह ने मोदी को उस समय 12 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जब मोदी मुख्यमंत्री थे. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि इस मामले में अभी तक क्यों जांच नहीं की गई. उन्होंने इस मामले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की.
राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये आरोप ‘आधारहीन, गलत, शर्मनाक और दुर्भावना से प्रेरित हैं. यह अगस्ता वेस्टलैंड जांच से ध्यान बांटने का प्रयास है, क्योंकि इसमें कांग्रेस नेताओं और ‘परिवार’ का नाम आ रहा है.
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्ह राव ने कहा कि राहुल गांधी अपरिवक्व हैं और केवल झूठ बोलने में लगे हैं और उनके झूठ के कारण ही जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती है.
उन्होंने कहा, ‘देश के लोगों ने उन्हें गंभीरता से लेना छोड़ दिया है. राहुल गांधी झूठ बोलते हैं और झूठे हैं. वे जो कहते हैं, उसमें कोई तथ्य नहीं है. वे केवल अपनी और अपनी पार्टी की अक्षमता को ही प्रदर्शित कर रहे हैं’. इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि वे इस विषय को देश की ओर से उठा रहे हैं और प्रधानमंत्री के खिलाफ जो सवाल उठ रहे हैं, उसका जवाब मिलना चाहिए.
अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के बाद कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री रिश्वत लेते हैं और कालाधन से लड़ने की आड़ में भारत के लोगों पर नोटबंदी थोपते हैं’. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘राहुलजी पूछ रहे हैं कि मोदीजी ने सहारा से पैसा लिया या नहीं? क्या यह दस्तावेज आयकर विभाग के पास है या नहीं, क्या मोदीजी जांच करायेंगे?’