हम आपको बता दें कि मोदी सरकार में केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल शुक्रवार को चारबाग स्थित एनआर (नॉर्दन रेलवे) स्टेडियम एक कार्यक्रम में शामिल होने लखनऊ आए थे। हम आपको यह भी बता दें कि इस दौरान ‘मन की बात’ कहने पर नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।
यही नहीं, आरोप है कि कर्मचारियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए रेलमंत्री पर हमला भी कर दिया। कार्यक्रम में लोगों की नाराजगी को देखकर रेलमंत्री वहां से आनन-फानन में निकल गए।
हंगामे के दौरान कुछ लोगों ने रेलमंत्री की कार पर हमले का भी प्रयास किया। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से उन्हें वहां से निकाला। हैरान करने वाली बात तो यह है कि पूरा हंगामा उत्तर प्रदेश पुलिस की मौजूदगी में हुआ।
उधर, इस मामले में रेल मंत्री के कार्यालय ने सफाई दी है कि यह खबर गलत है। उन्होंने कहा है कि न तो पीयूष गोयल और न ही उनकी कार पर हमला हुआ था। इस दौरान कोई घायल भी नहीं हुआ है।
यूनियन कर्मचारियों को भड़काने का लगाया आरोप
एजीएम के मंच से पीयूष गोयल ने ऑल इंडिया नैशनल फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र को लार्जेस योजना व अप्रेंटिस कर चुके युवाओं की बैकडोर से भर्ती करने से मना कर दिया था। मंत्री ने रेलवे यूनियन पर कर्मचारियों को भड़काने का आरोप भी लगाया। इस बात से नाराज यूनियन कार्यकर्ताओं ने मंच के सामने ही नारेबाजी करनी शुरू कर दी।
गाड़ी के सामने किया जमकर हंगामा
पीयूष गोयल कार्यक्रम छोड़कर वहां से निकलकर अपनी गाड़ी की तरफ बढ़े तो उन्हें सैकड़ों कार्यकर्ताओं की नारेबाजी और प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। केंद्रीय मंत्री पीयूष के कार्यक्रम में इस तरह से सुरक्षा में सेंध के बाद यूपी पुलिस पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल के काफिले के सामने लोगों ने हंगामा किया, जिसके बाद तुरंत सुरक्षाकर्मी वहां पर आए और गाड़ी के सामने बैठे शख्स को हटाया और मंत्री की गाड़ी वहां से निकल गई।