कहा जाता है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। शुक्रवार को यह एक बार फिर से सच साबित हो गया जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे को कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन का स्टार प्रचारक बना दिया गया।
मजेदार बात यह है कि लोकसभा चुनाव में एमएनएस कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं है। यही नहीं एमएनएस का कोई भी विधायक विधानसभा में नहीं है। बीएमसी में उनका एक पार्षद भर है। इसके बाद भी कांग्रेस और एनसीपी ने मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में उन्हें चुनाव प्रचार के लिए उतारा है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने घोषणा कि है उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन वह बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के खिलाफ प्रचार करेगी। राज के इस महीने पांच से छह रैलियां करने की संभावना है। पार्टी सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
यही नहीं कांग्रेस-एनसीपी लंबे समय के लिए एमएनएस को जिंदा रखना चाहती हैं ताकि शिवसेना और बीजेपी को मात देने के लिए राज ठाकरे का इस्तेमाल किया जा सके।
एनसीपी-कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि राज के औपचारिक रूप से कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के साथ आने की संभावना नहीं है, लेकिन उनके प्रचार से गठबंधन को मदद मिलेगी।
मनसे गठबंधन में शामिल नहीं है। मनसे के एक नेता के अनुसार ठाकरे सोलापुर, नान्देड़, मावल, बारामाती और सतारा क्षेत्रों में रैलियां करने के लिये तैयार हैं। महाराष्ट्र में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल और 29 अप्रैल को चार चरणों में चुनाव होंगे।
महाराष्ट्र
पहला चरण, 11 अप्रैल- वर्धा, रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गडचिरौली-चिमूर, चंद्रपुर, यवतमाल-वाशिम
दूसरा चरण, 18 अप्रैल- बुलढाणा, अकोला, अमरावती, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, बीड़, उस्मानाबाद, लातूर, सोलापुर।
तीसरा चरण, 23 अप्रैल- जलगांव, रावेर, जालना, औरंगाबाद, रायगड, पुणे, बारामती, अहमदनगर, माढा, सांगली, सात, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, हातकणंगले।
चौथा चरण, 29 अप्रैल- नंदुरबार, धुले, दिंडोरी, नाशिक, पालघर, भिवंडी, कल्याण, ठाणे, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई उत्तर-पूर्व, मुंबई उत्तर-मध्य, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई दक्षिण, मावल, शिरूर, शिर्डी।