सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और इनको क्रिकेट का बादशाह माना जाता है| सचिन तेंदुलकर पर एक फिल्म भी बन चुकी है जिसका नाम ‘सचिन: अ बिलियन ड्रीम’ है|
मगर उन्हें क्रिकेट से हटकर देखे तो माजरा कुछ और नज़र आएगा| क्रिकेट के मैदान से अपनी पहचान बनाने वाले सचिन तेंदुलकर आपके टीवी स्क्रीन्स में कभी कभी कुछ प्रोडक्ट्स बेचते भी नज़र आते होंगे जो आपकी सेहत के लिए अच्छे नहीं है मगर तेंदुलकर के बैंक बैलेंस के लिए ज़रूर अच्छे है|
लेकिन उससे पहले परिचय करवाते है राजीव दीक्षित से जिन्होंने विदेशी कम्पनियों के खिलाफ एक अभियान छेड़ा था और भारत में इन कम्पनियों के धंधे की जड़े हिला कर रख दी थी|
कौन है राजीव दीक्षित ?
राजीव दीक्षित को उनके समर्थक राजीव भाई के नाम से बुलाते है और उनकी विचारधारा को कई प्रकार से लोगो तक पहुचाते है l राजीव दीक्षित स्वदेशी आन्दोलन का बहुत बड़ा चेहरा थे जो आज भी वीडियो और सोशल मीडिया द्वारा अपनी उपस्थिति लोगो तक पहुचाते रहे है l
उनके वीडियो में आप पाएंगे की राजीव ने हर उस व्यक्ति को निशाना बनाया जो अपने फायेदे के लिए विदेशी कंपनियों का भारत में प्रचार प्रसार कर रहा है l इनमे शामिल है, अमिताभ बच्चन, एकता कपूर और सचिन तेंदुलकर, जिनके बारे में हम अब बात करने जा रहे है l एक नज़र उन प्रोडक्ट्स पर जिन्हें सचिन ने बेचा!
जिस RO वाटर प्योरिफाएर को सचिन ने बेचा उसे WHO ने मौत का कारण बताया
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि इसके लगातार सेवन से हृदय संबंधी विकार, थकान, कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन, सिरदर्द आदि दुष्प्रभाव पाए गए हैं , यह कई शोधों के बाद पता चला है कि इसकी वजह से कैल्शियम, मैग्नीशियम पानी से पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं जो कि शारीरिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है|
” राजीव दीक्षित कहते थे की RO क्वालिटी नहीं मेन्टेन करता है बल्कि आपके जल के भीतर मौजूद मिनिरल को कम कर देता है | आपके घर पर जो भी सर्विस इंजिनियर आते हैं , उनसे पूंछिये कि कितने टीडीएस का जल पीना चाहिए तो बोलेंगे 50 टीडीएस का । RO कहाँ लगाना चाहिए तो कहेंगे कि आप लगवाइये हम पड़ोस में लगाकर गए हैं |
BOOST Is The Secret Of My Energy
हमारा देश हेल्थ टॉनिक का एक बहुत बड़ा बाज़ार है जहाँ कुछ विदेशी कंपनियों ने सचिन तेंदुलकर जैसे सलेब्र्टी के ज़रिये अपनी दुकाने खोल ली है l क्या सच में Boost (दूध में मिलाया जाने वाला पाउडर) सचिन की सेहत का राज़ है?
Delhi all India institute के हेड डॉक्टर जैन का कहना है की हमारे देश में हेल्थ टॉनिक के नाम पर कई विदेशी कंपनियाँ अपने उत्पाद बेचती हैं, जैसे होर्लिक्स, मालटोवा, बोर्नविटा, कॉम्प्लान,बूस्ट, प्रोटिनेक्स और खूबी की बात है कि इनमे हेल्थ के नाम पर कुछ भी नहीं है |
बूस्ट बनता है मूंगफली (सिंघदाना) की खली से | खली समझते हैं आप ? मूंगफली, सरसों, आदि का तेल निकालने के बाद जो उसका कचरा निकलता है, उसी को खली कहते है और भारत में गाय, बैल,भैंस जैसे जानवरों को खिलाने के लिए इस खली का प्रयोग किया जाता है |
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राजीव दीक्षित ने कहा पेप्सी नपुंसकता को जन्म देता है
हाल ही में जब पेप्सी समेत कुछ और कोल्ड ड्रिंक्स की जांच करवाई गयी तो उने ज़हरीले पदार्थ निकले | अंग्रेजी अखबार Indian Express में छपी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड (DTAB) ने जांच के लिए इन कोल्ड ड्रिंक्स के नमूने लिए थे। इन कोल्ड ड्रिंक्स में एंटीमोनी, लेड, क्रोमियम, कैडमियम और कम्पाउंड DEHP जैसे जहरीले तत्व मिले हैं |
राजीव दीक्षित का कहना है की देश का युवा वर्ग सबसे ज्यादा इस जहर को पीता है| और नपुंसकता कि बीमारी सबसे ज्यादा ये जहर पीकर हो रही है | स्कूल के बच्चो को इसके सेवन से रोकने के लिए राजीव दीक्षित ने कहा था आप बस स्कूल कालेजो मे जाते ही उनके सामने इस pepsi coke से वहाँ का टाइलेट साफ कर के दिखा दे, वो इसे पीना बंद कर देंगे |
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