आपको यह जानकर बेहद ख़ुशी होगी कि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए यह साल बहुत ही बुरा साबित हुआ है। आपको बता दें कि इस साल में जितने भी चुनाव हुए हैं उनमें बीजेपी के हाथ हार ही आई है।
वहीं पार्टी के कई बड़े नेता भी अन्य राजनीतिक दलों में शामिल हो चुके हैं। माना जा रहा है कि इस वक्त बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कोई भी रणनीति बीजेपी को लोकसभा चुनाव 2019 जिताने के लिए कामगार नजर नहीं आ रही है।
लोकसभा चुनाव से पहले लगातार बढ़ रही बीजेपी की मुश्किलें
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के लिए इस वक्त बिहार की राजनीति काफी मुश्किल साबित हो रही है। क्योंकि बिहार में एनडीए गठबंधन के टूटने के आसार बनते नजर आ रहे हैं। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो बीजेपी और जेडीयू में इस वक्त सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है।
एक के बाद एक नेता छोड़ रहे पार्टी
इसी बीच खबर सामने आ रही है कि बिहार के सारण से सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि वह कौशल विकास राज्यमंत्री थे और बीजेपी के महासचिव भी रह चुके हैं।
आपको बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी से रुखसत होते जा रहे नेताओं के कारण काफी चिंता में हैं। पार्टी नेताओं का ऐसे वक़्त में बीजेपी को अलविदा कहना लोकसभा चुनाव के लिए हानिकारक हो सकता है।
इस पार्टी को एनडीए में शामिल करने की कोशिश
वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एआईएडीएमके नेता एम थंबीदुरई से भी मुलाकात करने वाले हैं। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले एआईएडीएमके भी एनडीए में शामिल हो सकती है अगर ऐसा होता है तो बीजेपी के लिए कुछ दिन की राहत हो सकती है।
राहुल गांधी भी कर रहे विपक्षी पार्टियों को एकजुट
गौरतलब है कि जहां बीजेपी नहीं पार्टियों को एनडीए में शामिल करने की जोर आजमाइश कर रही है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। ताकि बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाया जा सके।