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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की इन तस्वीरों को देखने के बाद आप भी शर्म से पानी-पानी हो जायेंगे

तो चलिए अब हम बात करते हैं भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बारे में. हम आपको बता दें कि किसी भी देश का राष्ट्रपति सबसे ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है. यही कारण है कि राष्ट्रपति को उस देश का पहला नागरिक होने का दर्जा दिया जाता है. हम आपको बता दें कि इसका काम निस्वार्थ अपने देश का नेतृत्व करना होता है.

ramnath kovind रामनाथ कोविंद photos

आज राष्ट्रपति कर रहे हैं सियासिदारों का नेतृत्व

लेकिन आज सत्ता के लोभ में कुछ लोग राष्ट्रपति पद की गरिमा को तार-तार करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते दिखाई देते है. आज देश का राष्ट्रपति महामहिम होने की बजाह सियासिदारों का नेतृत्व करता जब नज़र आता है तो देश का एक आम नागरिक होने के नाते हर व्यक्ति का सीना छल्ली हो जाता है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर बीजेपी समर्थक होने के लगते आए

हैं आरोप

इस वक्त भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हैं. जो राष्ट्रपति पद कि शपथ लेने के बाद से ही अपनी किसी न किसी हरकत को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर शुरुआत से ही बीजेपी और संग को महत्त्व देने का आरोप लगता रहा है. जिसका उदाहरण देते हुए सोशल मीडिया पर आए दिन तस्वीरें वायरल होती रहती है.

राष्ट्रपति कोविंद चूमते दिखे थे मुख्यमंत्री योगी के हाथ को

बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर हुई थी जिसमें बीजेपी पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपेक्षा करने का आरोप लगाया जा रहा था. वायरल तस्वीर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथो को चुमते हुए नज़र आए थे. जिसके बाद देशभर में उनकी जमकर आलोचना हुई थी.

राष्ट्रपति के लिए बनाए जाते हैं कुछ ख़ास प्रोटोकॉल

बता दें कि सरकार और लोकतांत्रिक पदों पर बैठे सभी बड़े व्यक्तियों के लिए हमारे संविधान में एक ख़ास प्रोटोकॉल बनाया गया है, जिसका पालन करना हर किसी का प्रथान कर्तव्य होता है. यह एक तरह का औपचारिक शिष्टाचार होता है. जिसमें राष्ट्रपति कि अगर बात कि जाए तो इसी प्रोटोकॉल के तहत सबसे पहले उन्हें ही प्राथमिकता दी जाती है.

प्रधानमंत्री के लिए राष्ट्रपति ने तोडा प्रोटोकॉल

इसी प्रोटोकॉल के चलते किसी भी व्यक्ति को भले ही वो राष्ट्रपति हो उन्हें किसी राजनीतिक नेता या मंत्री को विशेष महत्त्व देना संविधान के खिलाफ़ होता है क्योंकि वे देश के सर्वोच्च पदाधिकारी हैं. ऐसे में सर्वोच्च सरकारी अधिकारी द्वारा किसी नेता के हाथो को चूमना भी तरह का प्रोटोकॉल को तोड़ना ही है.

फिर राष्ट्रपति कोविंद ने उड़ाई प्रोटोकॉल की धज्जियाँ 

दुःख की बात है कि ये कोई पहला दफा नहीं हैं जब देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति ने इस तरह की गलती की हो. हाल ही में भी राष्ट्रपति कोविंद संविधान के प्रोटोकॉल कि धज्जियाँ उड़ाते नज़र आए. बता दें कि हाल ही में यूपी में हुए एक सबमिट में राष्ट्रपति कोविंद पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ-साथ यूपी मुख्यमंत्री योगी और बीजेपी के कई अन्य दिग्गज भी मौजूद दिखे. लेकिन इसी दौरान हिन्दू संगठन हिन्दू वाहिनी के मुखिया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति पद का अपमान करते दिखे.

योगी ने किया राष्ट्रपति पद का अपमान

आप तस्वीर में साफ़ देख सकते हैं कि मंच से जिस वक्त राष्ट्रपति कोविंद खड़े होकर लोगों को संबोधित कर रहे थे उस वक्त मुख्यमंत्री और मंच पर मौजूद अन्य नेता आराम से अपनी कुर्सियों पर बैठे नज़र आए. जिसने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि बीजेपी की नज़रों में राष्ट्रपति की असल औकाद क्या है. वाकई ये बेहद शर्मनाक है.

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