हम आपको बता दें कि जाने माने कांग्रेस नेता और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला हरियाणा की जिंद विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार होंगे.
सुरजेवाला पर राहुल गांधी ने भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवारी देने का निर्णय लिया है. सुरजेवाला की उम्मीदवार का ऐलान होते ही हरियाणा की राजनीति में तहलका मच गया है.
इससे जहां सत्ताधारी भाजपा में बेचैनी का माहौल है तो किसानों और नौजवानों में सुरजेवाला की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है.
प्रवक्ता के अलावा विधायक भी हैं सुरजेवाला
रणदीप सिंह सुरजेवाला कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के अलावा कैथल सीट से विधायक भी हैं. पहले से विधायक सुरजेवाला को फिर से विधानसभा उपचुनाव में लड़ाने की रणनीति से पूरी भाजपा हिल गई है.
दरअसल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ये विधानसभा उपचुनाव होने हैं.
कांग्रेस यहां किसी किस्म का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. सुरजेवाला यहां जिताउ उम्मीदवार हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस चुनाव को जीत कर अपने पक्ष में माहौल बनाना चाहते हैं.
विधायक के निधन के कारण सीट हुई खाली
जिंद विधानसभा सीट इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक हरि चंद मिड्ढा के निधन के कारण रिक्त हुई है.
उनके पुत्र कृष्ण मिड्ढा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है और उन्हें भाजपा ने यहां से उम्मीदवार घोषित किया है. सुरजेवाला उनके सामने मैदान में होंगे. इनेलो की ओर से उम्मीदवार का अब तक ऐलान नहीं हुआ है.
2014 के आम चुनाव में इनेलो के हरि चंद मिड्ढा ने भाजपा के सुरिंदर सिंह बरवाला को दो हजार वोटों के अंतर से हराया था. कांग्रेस यहां तीसरे स्थान पर थी. चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार जींद में 28 जनवरी को मतदान है और 31 जनवरी को नतीजों का ऐलान हो जाएगा.
सुरजेवाला की प्रोफाइल
रणदीप सिंह सुरजेवाला के पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला भी कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं. सुरजेवाला जाट हैं लेकिन गैर जाटों में वो बेहद लोकप्रिय हैं.
सुरजेवाला हरियाणा में सबसे कम उम्र के कैबिनेट रह चुके हैं. रणदीप ने दो बार हरियाणा के सीएम ओम प्रकाश चौटाला को विधानसभा चुनाव में हराया है.