जैसा कि आप सब जानते हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शोएब मालिक और टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने साल 2010 में शादी की थी। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारतीय लोगों और हिंदूवादी संगठनों द्वारा उनका काफी विरोध भी किया गए था।
सानिया और शोएब का होता रहता है विरोध
सानिया और शोएब को शादी को आठ साल बीत चुके हैं। सानिया मिर्जा से जब भी शोएब मलिक के साथ रिश्ते के बारे में सवाल पूछा गया है तो हमेशा उन्होंने निजी जिंदगी के खास पहलुओं पर बात करने से परहेज किया है।
लेकिन जब भी सोशल मीडिया पर शोएब मलिक का विरोध हुआ है। तब-तब सानिया मिर्जा उनकी सपोर्ट में खड़ी नजर आई हैं।
बच्चे की नागरिकता पर लोगों ने उठाए सवाल
गौरतलब है कि हाल ही में सानिया मिर्जा ने एक बेटे को जन्म दिया है जिसकी नागरिकता को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मजा रहता है सोशल मीडिया यूजर्स अक्सर सानिया मिर्जा से यह सवाल पूछते हैं कि उनका बेटा भारतीय है या पाकिस्तानी।
सानिया ने जन्म से पहले ही दिया था ये बयान
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय ये चर्चाएं होती रही हैं कि सानिया अगर हैदराबाद में मायके में जन्म देती हैं तो उनके बच्चे की नागरिकता पाकिस्तान की नहीं बल्कि भारत की होगी। सानिया पिछले कई महीनों से प्रेग्नेंसी के बाद हैदराबाद में ही थीं।
गौरतलब है कि सानिया और शोएब की बेटे के जन्म से पहले ही सानिया ने इस मामले में एक बड़ा बयान दिया था।
बेटे को भारतीय पाकिस्तानी नहीं अच्छा इंसान बनाएंगे
मीडिया से बातचीत करते हुए एक सवाल के जवाब में सानिया ने कहा था कि हमारे होने वाले बच्चे की नागरिकता हम बाद में तय कर सकते हैं हो सकता है कि वह हिंदुस्तान और पाकिस्तान में पैदा ना होकर किसी तीसरे ही देश का नागरिक बने।
इसके साथ ही सानिया ने यह भी साफ कह दिया था कि हमें बच्चे की नागरिकता से कोई लेना देना नहीं है बल्कि हम चाहते हैं कि वह एक बेहतर और अच्छा सच्चा इंसान बने।