शाह सलमान जो कि सऊदी अरब के बादशाह हैं उन्होंने मॉस्को की यात्रा के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के सामने एक अजीबो ग़रीब प्रस्ताव रखा है।
शाह सलमान ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि सीरिया में बशार असद के सत्ता में बने रहने से उन्हें कोई समस्या नहीं है, लेकिन दमिश्क़ और तेहरान के बीच संबंधों और सहयोग से उन्हें समस्या है।
शाह सलमान और पुतिन के बीच मुलाक़ात के दस दिन बाद, दमिश्क़ में रूसी दूतावास ने इस मुलाक़ात में हुई चर्चा के कुछ भागों का रहस्योद्घाटन किया है।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, शाह सलमान ने पुतिन से कहा था कि सीरिया में बशार असद के सत्ता में बने रहने के लिए वह राजनीतिक सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन मॉस्को को तेहरान-दमिश्क़ संबंधों का स्तर घटाने के लिए प्रयास करना होगा और सीरिया में ईरान के प्रभाव को कम करना होगा।
दमिश्क़ में रूसी दूतावास के सूत्रों का कहना है कि शाह सलमान को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के जवाब ने निराश कर दिया।
राष्ट्रपति पुतिन ने शाह सलमान से कहा कि सीरिया और ईरान दोनों स्वतंत्र देश हैं और रूस कभी भी तेहरान को दमिश्क़ से दूर करने की कोशिश नहीं करेगा।
पुतिन का कहना था कि रूस बशार असद को ईरान से दूर रहने के लिए मजबूर नहीं कर सकता और न ही इसके लिए दबाव डाल सकता है।
सूत्रों के मुताबिक़, सीरिया में आतंकवाद के समर्थन से बशार असद की सरकार के पतन में असफलता के बाद, सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान इस देश में राष्ट्रीय एकता की सरकार के गठन का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इस तरह दमिश्क़ और तेहरान के बीच दूरी करा सकें।
हालांकि राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि सऊदी अरब अगर सीरिया में अपने किसी निकट व्यक्ति को सत्ता में पहुंचाने में सफल भी हो जाएगा तो सीरिया में ईरान के प्रभाव को कम नहीं कर सकता।