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सरकार 500 के नोट ज्यादा प्रिंट करने पर दे रही है जोर

नई दिल्ली. केंद्र सरकार का कहना है कि नोटबंदी की वजह से लोगों को जो परेशानी हो रही थी उसमे कमी आई है। जहाँ कैश की ज़रुरत है वहां हेलीकाप्टर के ज़रिये कैश पहुँचाया जा रहा है। लोग 2000 के नोट का कम इस्तेमाल कर रहे हैं इसलिए 500 के नोटों को भारी मात्रा में छापा जा रहा है ऐसा कहा है इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने।
शक्तिकांत दास ने कहा, “नोटों की जहां जरूरत ज्यादा है वहां एयरलिफ्टिंग की जा रही है। गांवों पर हमारा फोकस ज्यादा है। अब 500 के नोट ज्यादा छापे जा रहे हैं। 100 और 50 के नोटों का प्रोडक्शन भी बढ़ा दिया। किसानों को बुआई के लिए ऋण देने की प्रोसेस जारी है।”
“गांवों में कैश ज्यादा पहुंचाया जा रहा है। इस बारे में राज्यों से संपर्क किया जा रहा है। रिजर्व बैंक ने इस बारे में ऑर्डर जारी किए हैं।”
“दो हजार के नोट का सर्कुलेशन कम कर रहे हैं लोग। इसलिए अब 500 का नोट ज्यादा छापा जा रहा है। पहली बार देश में डिजाइन किए गए हैं 500 और 2000 के नोट।”
“खुफिया एजेंसियां और बाकी एजेंसियां संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्ट पर सख्ती से कार्रवाई कर रहे हैं। और ये जारी रहेगी।”
30 दिसंबर के बाद क्या होगा?
– दास ने आगे कहा, “100, 50 और 10 के नोट पिछले हफ्ते में पहले के मुकाबले तीन गुना ज्यादा छापे गए हैं। 80 हजार करोड़ के 100 के नोट छापे गए हैं। ताकि छोटे नोटों की कमी ना हो। अगले 10-15 दिन में जो नोट छापे गए हैं यानी करीब 50 फीसदी सर्कुलेशन में आ जाएंगे।”
– “बरामद नोटों को लेकर फिगर अभी पुख्ता नहीं है। हमने रिजर्व बैंक और बैंकों से फिगर क्राॅस करने को कहा है। लोकल लेवल पर जांच एजेंसियां को-ऑर्डिनेट कर रही हैं।”
– “30 दिसंबर के बाद सरकार क्या करेगी, इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता।”
– “2 लाख से ज्यादा एटीएम्स री-कैलिबरेट कर दिए गए हैं। कैश फ्लो बढ़ रहा है।”
विदड्रॉअल में रियायत कब?
– दूसरी ओर, सरकार के एक बड़े अफसर ने कहा है कि विदड्रॉअल में रियायत तभी दी जाएगी, जब 80% नए नोट छपकर बैंकों तक पहुंच जाएंगे। नोटबंदी खत्म होने के बाद सबसे पहले राहत को-ऑपरेटिव बैंकों को दी जाएगी। इस वक्त बैंकों में 50% नई करंसी पहुंच चुकी है। नए नोटों की प्रिंटिंग में तेजी आने के बाद डिमांड और सप्लाई का अंतर खत्म हो रहा है।