शरद यादव जो कि लखनऊ, जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद हैं उन्होंने कहा कि इस देश में सरकार पत्रकारिता और मीडिया का गोरखधंधा चला रही है और उन्होंने पत्रकारिता और मीडिया के रवैये पर भी निशाना साधा।
उन्होंने बुधवार के दिन राज्यसभा में बजट सत्र के दौरान यह बात भी कही की हमारे देश की मीडिया बिकाऊ है और वह सरकार के इशारों पर नाचती है। उन्होंने यह बात भी कही कि अगर कोई पत्रकार सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाता है तो उसे नौकरी से ही निकाल दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि मीडिया के मालिक पत्रकारिता छोड़कर बाकी सारे धंधे कर रहे हैं। अब वह पूर्ण रूप से बिजनेसमैन बन चुके हैं। गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे पत्रकारों के पेशे को दूषित करने का काम किया जा रहा है।
सरकारों से सांठगांठ कर मीडिया मालिक राज्यसभा में घुस जा रहे हैं। यह देश के लिए बुरी खबर है।शरद यादव ने कहा कि मीडिया देश की व्यवस्था का चौथा खंभा है, जिसपर मौजूदा दौर में पहरा बैठा दिया गया है।
भाजपा सरकार में पत्रकारिता इमजरेंसी का सामना कर रही है। शरद यादव ने इस दौरान मजीठिया कमेटी की सिफारिशों का समर्थन करते हुए कहा कि मीडिया मालिक आम पत्रकारों का शोषण कर रहे हैं, इसलिए सिफारिशें लागू होनी चाहिए।