हम आपको बता दें कि हमारा देश भारत बहुत ही ज्यादा भावुक देश है| एक बात और है और वह यह कि हमारे देश के लोगों की भावनाएं बहुत जल्द ही किसी से भी जुड़ जाती हैं| अगर वही व्यक्ति हमें छोड़ कर चला जाये जिससे हमारी भावनाएं जुड़ी हुई हैं तो हमें ऐसा महसूस होता है जैसे कि किसी ने शरीर से प्राण निकाल लिए हों|
अगर बात बॉलीवुड की करें तो यहाँ के कलाकारों से फिल्मों के माध्यम से हमारा एक अटूट रिश्ता बन जाता है और उनकी ख़ुशी और ग़म में हम खुद की शिरकत करने लगते हैं |
अभी हाल ही में शशि कपूर जी भी हमें छोड़कर चले गये
जैसा कि हमने बॉलीवुड के बहुत से कलाकरों को खो दिया है और उनके जाने का ग़म कुछ ऐसा है कि उनकी जगह को कभी भी कोई भर नहीं सकता है| खासतौर से ये 2017 का साल बॉलीवुड के लिए कुछ ज्यादा ही मनहूस रहा है क्योकि इस साल हमने बहुत से अच्छे लोगों को खो दिया है|
अभी कुछ दिन पहले ही दिसंबर की 4 तारीख को लम्बी बीमारी के चलते हुए कमाल के अभिनेता और इन्सान शशि कपूर साहब को हमने खो दिया है|
शशि कपूर की दीवानगी ऐसी थी कि उनके जाने से न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे पाकिस्तान में भी शोक का माहौल था और वो भी उनके जाने से उतने ही दुखी थे जितने कि हम | अभी बॉलीवुड और हम इसी दुःख से नहीं निजात पा पाए थे कि एक दुःख का पहाड़ और टूट पड़ा |
मशहूर लेखक और डायरेक्टर तनवीर खान नहीं रहे
अभी बॉलीवुड से ऐसी खबर आरही है जिसे सुनकर सभी दुःख में हैं और इस खबर ने एक बार फिर से पूरे बॉलीवुड जगत को सदमा सा पहुँचाया है | सुबह तडके मशहूर लेखक और अपनी डायरेक्शन की अद्बुत कला के डायरेक्टर तनवीर खान हमारे बीच नहीं रहे |तनवीर के जाने से पूरा बॉलीवुड सदमे हैं |
जानकारी मिल रही है कि तनवीर खान बहुत समय से बीमार थे और वो केंसर के मरीज थे | 1990 से लेकर 2006 तक तनवीर खान से बॉलीवुड की 26 सफल फिल्मों की कहानियां लिखी और इसके अलावा 3 फिल्मों को उन्होंने डायरेक्ट भी किया |
तनवीर की एक फिल्म में जॉन अब्राहम और विपाशा बसू ने भी काम किया है |तनवीर ने अपनी एक फिल्म में भारतीय राजनीति के बड़े नेता रामविलास पासवान के बेटे को भी लांच किया था |
ये साल बॉलीवुड के लिए अभूत दुखों वाला साल रहा है जिसमे उसने बहुत कुछ खोया है | तनवीर साहब को हम नम आँखों से श्रधांजलि देते हैं और उनके काम को कभी कोई बुला नहीं पायेगा |