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सोनिया गांधी ने भारतीय सेना के जवानों के लिए किया कुछ ऐसा जो मोदी सरकार कभी नहीं कर सकती है

तो चलिए अब हम बात करते हैं सोनिया गांधी की. हम आपको बता दें कि भ्रष्ट, देशद्रोही, विदेशी और भी न जाने कितने नामों से विरोधी हमेशा सोनिया गांधी की आलोचना करते रहते हैं. लेकिन अपने देश के लिए उनका निस्वार्थ प्रेम किसी से छुप नहीं पाया है.

पार्टी समारोह दिवस को रक्तदान दिवस के तौर पर मानती रही

है कांग्रेस

शायद आप नहीं जानते होगे कि कांग्रेस सालों से पार्टी समारोह दिवस को रक्तदान दिवस के तौर पर मनाती आ रही है जिसमें कांग्रेसी देश के जवानों के लिए रक्त दान करते आए हैं.

सोनिया गाँधी का राष्ट्रप्रेम बयान करती तस्वीर हो रही है वायरल

 

इस दौरान का एक फ़ोटो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देश के प्रति सोनिया गाँधी का निस्वार्थ देश प्रेम साफ़ नज़र आ रहा है.

देश के जवानों को सोनिया गाँधी ने दान किया अपना खून

जी हाँ देश के प्रति सोनिया गाँधी का प्यार किस कदर सच्चा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अपनी खराब तबीयत की प्रवाह किये बिना भी वो एक समारोह में अपना खून देश के जवानों के लिए दान करती दिखी.

कांग्रेस नहीं करती है सेना पर राजनीति

जो ‘सत्ताधारी प्रचार पार्टी’ के नेता आए दिन सेना पर राजनीति केवल कैमरों के सामने ही करते है. ऐसे में देश के जवानों के लिए सोनिया जी द्वारा दान किया गया खून राजनीति नहीं बल्कि उनका देश प्रेम बयान करता नज़र आ रहा था.

अक्सर रक्तदान करती दिखती है सोनिया गाँधी

-बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब सोनिया जी ने सेना को रक्तदान कर राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया हो, इससे पहले भी कांग्रेस द्वारा रक्तदान आयोजन होते रहे हैं.

-साल 2003 में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की पूण्यतिथि पर भी रक्तदान का आयोजन किया गया था जिसमें भारी संख्या में हज़ारों युवा नेताओं ने भाग लिया था.

-इसी तरह सोनिया गांधी के जन्मदिन के मौके पर भी कांग्रेस ने युवा संकल्प दिवस के रूप में रक्तदान का आयोजन किया था.

-अपने देश के प्रति कांग्रेस पार्टी की श्रद्दा इसी बात से देखते ही बन रही थी कि कांग्रेस कार्यालय आयोजित रक्तदान शिविर में भीषण गर्मी होने के बावजूद भी दर्जनों कार्यकर्ताओं ने रक्तदान कर मानवता को प्रेरणा देने का काम किया.

निष्कर्ष:

इन्ही प्रेरणादायक मौकों पर सोनिया गाँधी अपनी तबियत की फ़िक्र छोड़कर अक्सर रक्तदान करने पहुँच जाती है. वहां न तो मोदी साहब की तरह कोई मीडिया चैनल होता है और न ही कोई कैमरामैन..जो सोनिया जी के इस नेक काम को लोगों तक पहुंचा दें.