जैसा कि आप सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर और फूलपुर में हुए लोकसभा उपचुनावों में अखिलेश यादव और मायावती ने गठबंधन किया था जिसके कारण बीजेपी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था. आपको बता दें कि लगभग पूरे देश के सभी राज्यों में 2019 की तैयारी जोर शोर से चल रही है और बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं.
लेकिन कांग्रेस ने इस बात को लेकर अभी तक अपना कोई बयान नहीं दिया है. आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव होने से पहले उत्तर प्रदेश के कैराना सीट पर उपचुनाव होने बाकी हैं.
इस उपचुनाव में सपा और बसपा गठबंधन की ताकत हमें देखने को मिलेगी और पता चलेगा कि इन दो पार्टियों के बीच हुए गटबंधन का लोगों पर क्या असर पड़ा है.
आपको बता दें कि 28 मई को उत्तर प्रदेश के कैराना सीट पर उपचुनाव होने हैं. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गठबंधन एक बार फिर बीजेपी को मात देगा. अगर ऐसा सचमुच हो जाता है तो बीजेपी को आने वाले यूपी लोकसभा चुनावों में काफी नुक्सान का सामना करना पड़ेगा.
आपको बता दें कि कैराना में उपचुनाव 28 मई को होंगे जबकि नतीजे 31 मई को आयेंगे. आपको यह बात जानकर काफी हैरानी होगी कि कैराना सीट पर 2014 से ही बीजेपी के हुकुम सिंह का कब्ज़ा था लेकिन उनका निधन होने के कारण अब यह सीट खाली है जिसके कारण अब यहाँ पर 28 मई को उपचुनाव होंगे.
इस उपचुनाव में बीजेपी ने अपनी जीत पक्की करने के लिए बीजेपी ने इस सीट पर हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है. लेकिन अभी फिलहाल आधिकारिक तौर से उनके नाम की घोषणा नहीं की गई है.