तो चलिए अब हम बात करते हैं एक ऐसे दलित छात्र के बारे में जिसने हमारे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मैडल लेने से साफ मना कर दिया. हम आपको बता दें कि यह मामला विश्वविद्यालय बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी का है.
इस दलित छात्र का नाम रामेन्द्र नरेश है. हम आपको बता दें कि रामेन्द्र नरेश ने मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स किया था और इसमें उन्होंने पहला स्थान हासिल किया है.
हम आपको बता दें कि इस समय देश में दलितों की हालत बहुत ही ज्यादा नाजुक है और इनपर आये दिन अत्याचार भी होते रहते हैं. इसी कारण रामेन्द्र नरेश बहुत ज्यादा व्यथित हैं.
रामेन्द्र नरेश ने यह बात भी कह डाली कि हमारे देश में दलितों के साथ बहुत ही ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं और साथ में यूनिवर्सिटी में भी दलित उत्पीड़न हो रहा है जिसके चलते वह बहुत ज्यादा दुखी हैं.
इस यूनीवर्सिटी में हो रहे दलित उत्पीड़न को लेकर न सिर्फ छात्र परेशान हैं बल्कि प्रोफेसर भी परेशान हैं. रामेन्द्र नरेश का यह भी कहना है कि वह इस मैडल का क्या करेंगे जब उनके दलित भाईयों पर अत्याचार हो रहा हो और उनको हीनता की नजरों से देखा जा रहा हो.
उन्होंने यह भी कहा कि वह तभी मैडल लेंगे जब न सिर्फ उनके दलित भाईओं पर हो रहे अत्याचार बल्कि पूरे देश के दलितों पर हो रहा अत्याचार बंद हो जाएगा और साथ में दलितों को बराबरी और सम्मान का दर्जा मिलेगा.
इस यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह का आयोजन होने वाला है और इस समारोह में राष्ट्रपति कोविंद को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया है.