ओडिसा में वरिष्ठ नेता सुभाष चौहान ने बीजेपी से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। बरगड लोकसभा सीट से टिकट न मिलने के कारण उन्होंने राज्य भाजपा कार्यालय में आकर अपना इस्तीफा दिया है।
पार्टी कार्यालय में राज्य अध्यक्ष बसंत पंडा की अनुपस्थिति में उन्होंने पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष समीर महंती को अपना इस्तीफा पत्र सौंप दिया है। सुभाष चौहान 2014 में बरगड़ लोकसभा सीट से चुनाव ल`ड़े थे और काफी कम वोट से चुनाव हारे थे।
महंती ने कहा, ‘मैंने उनसे अपने फैसले पर विचार करने का आग्रह किया। भाजपा ने इस बार बारगढ़ लोकसभा सीट से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुरेश पुजारी को चुनाव मैदान में उतारा है।’
चौहान ने पत्रकारों से कहा, ‘इस बार, उन्होंने मुझे बारगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव ल`ड़ने की अनुमति नहीं दी। यहां पार्टी नेतृत्व उम्मीदवारों के जीतने की क्षमता पर विचार नहीं कर रहा है, बल्कि ऐसे लोगों को टिकट दे रहा है जिनका कोई जनाधार नहीं है।’
उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा एक व्यक्ति विशेष के हाथ में चली गई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं को हत्या करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस्तीफा देते हुए सुभाष चौहान ने कहा कि मैं पिछले पांच साल से समर्पित होकर अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर काम कर रहा था।
अब उनसे सलाह लेने के बाद आगे का कदम उठाऊंगा। सुभाष ने यह भी कहा है कि टिकट नहीं मिलने के बाद हमारे एक कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर ली है, यह बहुत दु;खद है।