तो चलिए अब हम बात करते हैं अमित शाह की. जैसा कि आप सब जानते हैं कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी की सालाना आय कई गुना रहस्यमय तेजी से बढ़ी थी, जिसकी चर्चा भी देशभर की मीडिया में हुई थी.
हम आपको बता दें कि सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह थी कि यह खबर रातों रात अखबारों से और मीडिया से गायब ही हो गई थी. हम आपको यह भी बता दें कि अब सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा आदेश दिया है कि बीजेपी के अमित शाह और कई दूसरे नेताओं को बहुत ही तगड़ा झटका लग सकता है.
नेताओं की संपत्ति में बढोतरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया
झटका
जी हाँ हाल ही में अपने फ़ैसले से सुप्रीमकोर्ट ने ये दिखा दिया कि देश के सभी ऐसे सांसद और विधायक जिनकी संपत्ति उनके कार्यकाल के दौरान ‘असाधारण ढंग’ से बढ़ी है उनपर अब कोर्ट की नजर है. बीते शुक्रवार 16 फ़रवरी को एक याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला लेते हुए कहा कि..
“चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को अपनी संपत्ति की जानकारी के साथ-साथ यह भी बताना होगा कि उनकी आय का साधन क्या है? उम्मीदवार को अपने साथ-साथ पत्नी और बच्चों के आय के साधन भी बताने को कहा गया है.”
NGO की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने लिया फ़ैसला
दरअसल, एक ग़ैर सरकारी संस्था ने कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि उम्मीदवारों को उनकी संपत्ति के साथ-साथ यह बताना भी जरूरी होना चाहिए कि उनकी आय के साधन क्या हैं? इसी याचिका में ये भी कहा गया था कि इससे यह पता लग सकेगा कि वह संपत्ति कानूनी तरीके से कमाई गई थी या नहीं.
कई दिग्गजों की संपत्ति में ‘असाधारण वृद्धि’ को लेकर अभी भी
चल रही है जांच
अगर आकड़ों पर नज़र डाले तो 7 लोकसभा सांसद और 98 विधायकों के खिलाफ उनकी संपत्ति में ‘असाधारण’ वृद्धि होने पर पहले से जांच चल रही है. यह जानकारी भी खुद सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) ने कुछ ही समय पहले सुप्रीम कोर्ट को दी थी.
निष्कर्ष
अब ये देखना दिलचस्प होगा कि सुप्रीमकोर्ट कोर्ट के आदेश के बाद संपत्ति में असाधारण तरीके से बढोतरी को देखते हुए कितने नेताओं और मंत्रियों पर जांच चलेगी और कितनों पर जरुरी कारवाही होगी..?