हम आपको बता दें कि सूप्रीम कोर्ट ने बीजेपी को बहुत ही तगड़ा झटका दिया है. हम आपको यह भी बता दें कि सूप्रीम कोर्ट ने बीजेपी के एक याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से इंकार कर दिया है.
यह याचिका कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसला देने के बाद सुप्रीमकोर्ट में भारतीय जनता पार्टी ने आदेश को चुनौती दी थी, और कहा था कि इस याचिका पर तुरंत सुनवाई की जाये, लेकिन सुप्रीमकोर्ट से तुरंत सुनवाई करने से इंकार कर दिया है।
दरअसल पूरा मामला यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल में रथ यात्रा निकालने की इजाजत मांगी थी, जिसे ममता सरकार ने ना मंजूर कर दिया था,और रथ यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी थी।
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी कलकत्ता उच्च न्यायालय चली गई थी, लेकिन वहाँ से भी भाजपा को मायूसी हाथ लगी, उसके बाद भाजपा सुप्रीमकोर्ट आई लेकिन यहाँ पर इस मामले पर सुप्रीमकोर्ट ने तत्काल सुनवाई करने से साफ इंकार कर दिया है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ‘लोकतंत्र बचाओ’ के तहेत रथ यात्रा निकालना चाहती है, इस रथ यात्रा का मक़सद यह है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में प्रदेश को मजबूत किया जा सके,और ज़्यादा से ज़्यादा सीटें हासिल की जा सकें,लेकिन ममता सरकार किसी भी हालत में रथ यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दे रही है।
जिसके चलते भाजपा कोर्ट का सहारा ले रही है। भाजपा चाहती है कि इस रथ यात्रा के जरिये से हम बंगाल के सभी लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में पहुंचे और वोटरों को भाजपा से जोड़ें, इस रथ यात्रा की तैयारी पिछले कई महीने से चल रही है, लेकिन अनुमति न मिलने की वजह से अब तक यह रथ यात्रा नहीं निकाला जा सकता है।
गौरतलब है कि इस रथ यात्रा की शुरुआत खुद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पिछले सात दिसंबर को करने वाले थे।लेकिन अनुमति ने मिलने की वजह से रथ यात्रा को रद्द कर दिया गया था।
अब कोर्ट के में यह मामला है, सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई का इंतिज़ार है, और सुनवाई के बाद फैसले के बाद ही इस मामले में कुछ हो सकता है।