नई दिल्ली: तो चलिए अब हम बात करते हैं दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पद्मावत’ के बारे में। हम आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अब फिल्म ‘पद्मावत’ सभी राज्यों में रिलीज होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को आदेश दिया है कि फिल्म को सर्टिफिकेट मिलने के बाद रिजीज होने दिया जाए। कई राज्यों के फिल्म को बैन किए जाने के बाद पद्मावत के मेकर्स ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। गौरतलब है कि गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा फिल्म को सेंसर बोर्ड से क्लीयर होने के बावजूद भी बैन कर चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, फिल्म को रिलीज होने दिया जाए
अब सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी राज्यों को आदेश दिया है कि वो फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोक सकते। उच्चतम न्यायालय का कहना है कि ‘पद्मावत’ को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल चुका है, ऐसे में राज्य इसे बैन नहीं कर सकते। कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में कहा है कि सभी राज्य कानून और व्यवस्था बनाए रखने और पूरे भारत में फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बाध्य हैं।
‘किसी को कोई समस्या है, तो अपीलीय ट्रिब्यूनल से संपर्क करें’
सुप्रीम कोर्ट में प्रोड्यूर्स की तरफ से वकील हरीश साल्वे ने कहा कि, ‘यदि राज्य फिल्म पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, तो यह संघीय ढांचें को नष्ट कर रहा है। यह एक गंभीर मामला है। अगर किसी को कोई समस्या है, तो वह राहत के लिए अपीलीय ट्रिब्यूनल से संपर्क कर सकता है।’ हरीश साल्वे ने कहा कि वो केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं कि राज्य सरकारों को प्रभावी कदम और समाधान देने के लिए निर्देश दें।’
नाम बदलने के बाद भी किया फिल्म को बैन
गौरतलब है कि फिल्म को राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और हरियाणा ने अपने यहां बैन कर दिया है। ये सभी 6 राज्य भाजपा शासित राज्य हैं। संजय लीला भंसाली ने सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिलने के बाद फिल्म को 25 जनवरी को रिलीज करने का फैसला लिया है। उन्होंने फिल्म का नाम भी ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया है। खबरों की मानें तो फिल्म में काफी कट्स भी लगे हैं। इसके साथ ही फिल्म से पहले एक बड़ा सा डिस्क्लेमर भी जारी किया गया है। इतना सब करने के बावजूद फिल्म को एक-एक कर सभी राज्य बैन कर रहे थे।
पिछले दो महीने से हो रहा है फिल्म का विरोध प्रदर्शन
संजय लीला भंसाली की इस फिल्म पर विवाद है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी थी लेकिन राजपूत करणी सेना ने देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का सिर कलम कर लाने वाले पर ईनाम भी रखा गया था। आक्रामक विरोध प्रदर्शन और सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट न मिलने के कारण फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज नहीं हो पाई थी।