टीवी डिबेट्स के दौरान पार्टी नेताओं की तूतू-मैंमैं कोई नई बात नहीं है। हालांकि अक्सर नेता अपनी जुबान पर काबू नहीं रख पाते और फिर बहस अपने मुद्दे से भटक जाती है। सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बीजेपी और कांग्रेस के प्रवक्ता एक-दूसरे पर शब्दबाण छोड़ रहे हैं। कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी के संबित पात्रा को ‘जोकर’ और ‘गंदी नाली का कीड़ा’ कह दिया। बहस का यह हिस्सा अब ट्विटर पर चुहलबाजी की वजह बन चुका है।
दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। कुछ कह रहे हैं कि शुरुआत संबित पात्रा की तरफ से हुई तो कुछ ने सुप्रिया श्रीनेत की भाषा को अपमानजनक बताया। सोशल मीडिया पर इस पूरी लड़ाई में दोनों पार्टियों के नेता भी कूद पड़े हैं। आइए आपको बताते हैं कि पूरी बात क्या है और आखिर ट्विटर पर चल क्या रहा है।
कहां से शुरू हुई थी, कहां पहुंच गई बहस
केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के सात साल पूरे होने पर बहस की जानी थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने बीजेपी पर कोरोना, बेरोजगारी, चीन से लेकर तमाम आरोप मढ़े और फिर बहस देशद्रोह तक पहुंची। जवाब में बीजेपी प्रवक्ता की तरफ से कांग्रेस के नेतृत्व (सोनिया गांधी और राहुल गांधी) को लपेट लिया गया। अबतक बहस तीखी हो चुकी थी। कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘तुम दो कौड़ी के नाली के कीड़े हो… अरे नाली के कीड़े चुप हो जा…’
कांग्रेस वाले पात्रा को घेर रहे, बीजेपी वाले सुप्रिया को
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी, दोनों दलों की तरफ से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने लिखा कि ‘कांग्रेस की छोरियां, भाजपा के छोरों से कम थोड़े ना हैं।’ कांग्रेस की प्रवक्ता डॉ रागिनी नायक ने शायराना अंदाज में ट्वीट किया, ‘हजे में बदजुबानी, चेहरे पर ‘संबित’ नकाब लिए फिरता है। अपना बहीखाता बिगड़ा है, और हमारा हिसाब लिए फिरता है।’ नायक ने सुप्रिया के व्यवहार पर गर्व भी जाहिर किया।
पात्रा के प्रति सहानुभूति जताने और सुप्रिया श्रीनेत को लताड़ने वाले भी कम नहीं थे। बीजेपी प्रवक्ता आदित्य झा ने लिखा, जनता जो लगातार कांग्रेस की पिटाई कर रही है उससे इनकी मानसिक हालात भी ख़राब हो गयी है अगर नेता नहीं रहे है तो कम से कम ऐसे प्रवक्ता तो मत भेजिए राहुल गांधी बाबा।’
मेजर सुरेंद्र पूनिया ने लिखा कि ‘ये कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं… राष्ट्रीय! भाषा इस तरह की उपयोग में लेती हैं जैसे किसी माफिया गिरोह की प्रवक्ता हों।’ आदित्य त्रिवेदी ने कहा, “ये कैसी भाषा है? राहुल गांधी जी आप इस भाषा का समर्थन करते है? सोचिए अगर ऐसी भाषा संबित जी ने उपयोग की होती तो तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग का हंगामा किस कदर होता।”
अभी इस पूरे विवाद पर आधिकारिक रूस से न तो कांग्रेस ने कुछ कहा है, न बीजेपी ने। दोनों तरफ से बस ट्विटर पर हो-हल्ला मचाया जा रहा है।