हम आपको बता दें कि एचडीएफसी (HDFC Bank) बैंक ने गुरुवार (03 दिसंबर) को इस बात की जनाकारी दी है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने उससे अपनी आगामी डिजिटल सर्विस और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए मना किया है। वैसे तो यह आदेश अस्थायी है।
RBI ने HDFC के डेटा सेंटर में पिछले महीने में कई बार गलतियों को पाने के बाद ये आदेश जारी किया है। एचडीएफसी बैंक की ऑनलाइन सेवाओं के लगातार खराब होने बाद RBI ने आदेश दिया कि सभी नए डिजिटल लॉन्च और नए क्रेडिट कार्ड सोर्सिंग पर अस्थायी तौर पर रोका जाए।
जानिए RBI ने HDFC को दिए आदेश में क्या कहा?
RBI बैंक के आदेश में कहा गया है कि एचडीएफसी बैंक के बोर्ड को खामियों की जांच करनी होगी और जवाबदेही तय करनी होगी। बैंक द्वारा हाल ही में जारी किए गए प्रमुख आउटेज 2 वर्षों की अवधि में इस तरह का तीसरा उदाहरण है।
RBI ने HDFC को नए क्रेडिट कार्ड ग्राहकों की सोर्सिंग को रोकने और अपने डिजिटल 2.0 पहल के तहत नियोजित सभी डिजिटल बिजनेस गतिविधियों को रोकने की सलाह दी है।
क्यों लिया RBI ने ये फैसला
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2 दिसंबर को आदेश जारी करते हुए HDFC बैंक से कहा है कि जो पिछले दो वर्षों में बैंक के इंटरनेट बैंकिंग/ मोबाइल बैंकिंग/ पेमेंट बैंकिंग में दिक्कतें हो रही हैं, उसको ध्यान में रखते हुए ये आदेश दिया गया है।
RBI ने अपने आदेश में बैंक को हालिया 21 नवंबर 2020 वाली घटना के बारे में भी बताया है, जिसमें प्राइमरी डेटा सेंटर में बिजली बंद हो जाने के कारण बैंक की इंटरनेट बैंकिंग और भुगतान प्रणाली ठप्प हो गई थी।
HDFC के ग्राहकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
HDFC बैंक ने कहा है कि RBI के इस आदेश से उसके मौजूदा क्रेडिट कार्ड ग्राहकों, डिजिटल बैंकिंग चैनल्स और रनिंग सर्विस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने साफ किया है कि केंद्रीय बैंक के इस आदेश में हमारे ग्राहकों को कोई नुकसान नहीं होगा। बैंक ने अपने ग्राहकों को इस बात के लिए आश्वस्त किया है।
HDFC ने कहा है कि पिछले 2 सालों में आईटी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए बैंक ने कई अहम कदम उठाए हैं। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि बैंक इन कदमों को दूर करने के लिए मजबूत कदम उठा रहा है।