आपको यह जानकर बेहद ख़ुशी होगी कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की यह सबसे बड़ी खासियत है कि इस पार्टी ने अपने स्थापना काल से लेकर आज तक कई बड़ी सफलताओं और बुरी तरह असफलता का दौर देखा है. आपको बता दें कि आज तक इसने सफलता पर कभी इतराने की जरुरत नहीं समझी और करारी हार के बावजूद हताश नहीं हुई.
हर हार के बाद कांग्रेस ने खुद को मजबूती से स्थापित किया और देश की सेवा की है. आज भी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के विचारों और वाणी से सौम्यता और विनम्रता का एहसास हो जाता है. आइए, आज आपको अवगत कराते हैं कांग्रेस के ऐसे कुछ शीर्ष नेताओं से.
1. राहुल गांधी
आज की तारीख में राहुल गांधी देश के सबसे बड़े नेता बन चुके हैं. कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से जहां इन्होंने कांग्रेस संगठन की मजबूती पर ध्यान लगाया तो भाजपा के किले में तब्दील हो चुके प्रदेशों पर कांग्रेस का झंडा गाड़ा है.
राहुल से भाजपा इस कदर खौफ खाती है कि उनके एक बयान पर पूरी केंद्र सरकार, पूरी भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस मैदान में उतर जाती है.
2. सोनिया गांधी
सबसे लंबे समय तक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहने का रिकॉर्ड सोनिया गांधी के नाम पर है. सोनिया गांधी ने अपनी अध्यक्षता को कांग्रेस की दो बार केंद्र में सरकार बनवाई और कई राज्यों में कांग्रेस की वापसी कराई. यूपीए अध्यक्ष के तौर पर बड़े गठबंधन का नेतृत्व करती रहीं.
3. डॉ मनमोहन सिंह
देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह कांग्रेस के साथ देश के भी गौरव है. मनमोहन सिंह की विद्वता के आगे दूसरे दल का कोई नेता टिकता भी नहीं है. इनके बार में कहा जाता है कि सरदार जी ने काम इतनी खामोशी से किया कि कामयाबी ने शोर मचाना शुरु कर दिया. भारत में आर्थिक उदारीकरण लाने के लिए मनमोहन सिंह आजीवन याद किए जाएंगें.
4. कमलनाथ
जमीन से जुड़े राजनेता कमलनाथ ने जहां संसद सदस्य के तौर पर विकास का सर्वोत्तम मॉडल छिंदवाड़ा देश के सामने रखा तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भाजपा के अभेद्य दुर्ग के रुप में बदल चुके मध्य प्रदेश को भ्रष्टाचारी शिवराज के शासन से आजादी दिलाई.
5. अशोक गहलोत
अशोक गहलोत का नाम कांग्रेस संगठन में बदलाव के वाहक के तौर पर याद किया जाएगा. संगठन महासचिव बनते ही उन्हांने हर प्रदेश में नई टीम खड़ी करने में सफलता हासिल की. इससे बेहोश सी दिख रही कांग्रेस पार्टी आज केंद्र की सत्ता की सबसे प्रबल दावेदार बन चुकी है. इतना ही नहीं अपने संगठन की बदौलत कांग्रेस ने तीन राज्यों में शानदार जीत हासिल की.
6. गुलाम नबी आजाद
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीए गुलाम नबी आजाद जबर्दस्त वक्ता और कुशल रणनीतिकार हैं. कर्नाटक में जिस तरह से लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाते हुए दलाल राज्यपाल ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह और मोहन भागवत की शह पर जबरन सरकार बनाई थी, गुलाम नबी ने एक झटके में सारी साजिशों को नाकाम कर दिया जिससे भाजपा को सरकार छोड़कर भागना पड़ गया था.
7. मीरा कुमार
बेहद सौम्य और मीठी वाणी बोलने वाली नेता मीरा कुमार स्वतंत्र भारत की प्रथम महिला लोकसभा स्पीकर रहीं है. विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पार्टी के निर्देशों का पालन करते हुए मीरा कुमार ने उन्मादी ताकतों के खिलाफ लोहा लेते हुए राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा. हालांकि मीरा कुमार इस चुनाव में हार गई लेकिन उन्होंने देश का दिल जीत लिया.