तो चलिए अब हम बात करते हैं भारतीय रेल की. भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि इतने लम्बे समय के लिए ट्रेनों का संचालन पूरे भारत में बंद है.
हम आपको बता दें कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बंद पड़ी यात्री ट्रेनों का संचालन 12 मई से शुरू हो जाएगा। रेल मंत्रालय ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना भी बनाई है।
शुरुआत में कम संख्या में ही ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इस दौरान लोगों के स्वास्थ्य और कोरोना संक्रमण की जांच भी की जाएगी। केवल कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति होगी।
यह है रेलवे की योजना
भारतीय रेलवे की योजना है कि 12 मई, 2020 से यात्री ट्रेन संचालन को धीरे-धीरे फिर से शुरू किया जाए। शुरुआत में 15 जोड़ी ट्रेनों (30 वापसी यात्रा) को ही चलाया जाएगा। ये ट्रेनें डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी को जोड़ने वाली नई दिल्ली स्टेशन से विशेष ट्रेनों के रूप में चलाई जाएंगी।
300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन
भारतीय रेलवे कोरोना वायरस देखभाल केंद्रों के लिए 20,000 कोचों को आरक्षित करने के बाद उपलब्ध कोचों के आधार पर नए मार्गों पर और अधिक विशेष सेवाएं शुरू करेगा। इसके अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल के तौर पर 300 ट्रेनों के के संचालन के लिए भी कोचों को अलग से आरक्षित किया जाएगा।
सोमवार शाम 4 बजे से रिजर्वेशन होगा शुरू
इन ट्रेनों में रिजर्वेशन 11 मई को शाम 4 बजे शुरू होगी और केवल IRCTC की वेबसाइट (https://www.irctc.co.in/) पर उपलब्ध होगी। रेलवे स्टेशनों पर टिकट बुकिंग काउंटर बंद रहेंगे और कोई काउंटर टिकट (प्लेटफॉर्म टिकट सहित) जारी नहीं किया जाएगा।
कंफर्म टिकट वाले ही कर पाएंगे सफर
केवल वैध कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशनों में प्रवेश करने की अनुमति होगी। यात्रियों को चेहरा ढंकना अनिवार्य होगा और प्रस्थान के समय स्क्रीनिंग से गुजरना होगा और केवल यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी। ट्रेनों की समय सारिणी सहित सभी अन्य विवरण अलग-अलग समय पर जारी किए जाएंगे।