हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को सत्ता संभाले हुए तकरीबन 9 महीने पूरे हो गए हैं। इसी चीज को लेकर आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी के बीच लखनऊ में एक बैठक हुई।
योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद संघ के साथ ये तीसरी बैठक थी। देर रात तक चली इस बैठक में संघ ने साफ तौर पर कहा कि सरकार और पार्टी में मतभेद सही नहीं हैं। संघ ने साथ ही कहा कि अधिकारियों की मनमानी सरकार के लिए ठीक नहीं है।
बैठक का बड़ा मुद्दा पार्टी और सरकार में होने वाले बदलावों को लेकर रहा है जिसमें संघ की तरफ से भाजपा संगठन और योगी सरकार दोनों को कई सुझाव दिए गए हैं। संघ और भाजपा के बीच हुई इस बैठक में फैसला लिया गया कि जल्द ही पार्टी संगठन और सरकार में बड़े बदलाव किए जाएंगे। मकर संक्रांति के बाद पार्टी संगठन में युवा मोर्चा, महिला मोर्चा समेत खाली पड़े सभी पदों को भरे जाने का निर्देश दिया गया है।
सरकार-पार्टी में मतभेद पर चिंता
आरएसएस ने बैठक में पार्टी और सरकार के उन मतभेदों पर चिंता जाहिर की। जो सार्वजिनिक रूप से सबके सामने हो रहे हैं। संघ ने गंभीरता से लेते हुए सख्त शब्दोंं में कहा कि संगठन और सरकार में किसी तरह के मतभेद सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आने चाहिए। इससे पार्टी और सरकार दोनों की किरकिरी होती है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के बीच हुए मतभेद की चर्चाएं भी खूब सामने आई थीं।
अधिकारियों की मनमानी पर लगाम
आरएसएस ने बैठक में साफ तौर से कहा कि अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। और सरकार ऐसे मनमानी करने वाले अधिकारियों को चिन्हित करें और इनपर लगाम लगाए। बैठक में कार्यकर्ताओं की जारी उपेक्षा पर भी संघ ने गहरी चिंता जाहिर की है। पार्टी और सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को हर हाल में पार्टी और सरकार दूर करें।
साथ ही इस बैठक में योगी सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल पर भी चर्चा हुई है। हालांकि किसी मंत्री के कामकाज को लेकर सीधे रूप से बात नहीं हुई है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कई मंत्रियों के काम से संतुष्ट नहीं हैं। इसके साथ ही उनके कैबिनेट में अभी 13 मंत्रियों के पद खाली हैं ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी इसस बैठक में चर्चा की गई जिसमें कुछ मंत्रियों के प्रभार बदले जा सकते हैं। लेकिन फिलहाल इसमें अभी वक्त लगने की संभावना है।
भाजपा ने सरकार में खाली कई पदों पर भी चर्चा की है निगमों के चेयरमन और बोर्ड के अध्यक्ष और कई संस्थानों के सदस्य और अध्यक्ष और महत्वपूर्ण पद इस सरकार में अब भी या तो खाली है या फिर अखिलेश सरकार के जमाने में रखे गए लोग ही उनपर बैठे हैं। संगठन ने जल्द से जल्द इन सभी पदों पर लोगों को लाने की बात कही है।ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि फरवरी के आखिर में या फिर मार्च में इन पदों पर संगठन की तरफ से लोग रखे जाएंगे।