UPSC (Union Public Service Commision), हमारे देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओ में शुमार की जाने वाली परीक्षा. जिसकी परीक्षा में सफल होने के बाद लोग किसी जिले के मजिस्ट्रेट, पुलिस महकमे में आला अफसर और किसी मंत्रालय में अधिकारी के तौर पर जिम्मेदारी संभालते हैं. मगर क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि UPSC की तैयारी के लिए क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं?
UPSC के परीक्षा स्ट्रक्चर को समझना बहुत जरूरी है. ऐसा न हो कि आपकी मेहनत बिना किसी वजह के हो. UPSC के सिलेबस को न सिर्फ देखना बल्कि उसे जज्ब कर लेना. पिछले साल के क्वेश्चन पेपर्स का अभ्यास करना और उनके हिसाब से अपनी आगे की तैयारी करना भी जरूरी है. अब इस बात से तो लगभग सभी वाकिफ होंगे कि न्यूजपेपर को लगातार पढ़ना कितना फायदेमंद हो सकता है. इस मामले में यदि आप किसी भी सफल UPSC कैंडिडेट से बात करेंगे तो वह अखबार पढ़ने को सबसे ऊपर रखेगा.
UPSC की परीक्षाएं छोटे-मोटे बदलावों को छोड़ कर अधिकांशत: एक ही ढर्रे पर चलती हैं. इन परीक्षाओं में सफल होने के लिए NCERT की किताबें खास तौर पर सोशल साइंस की किताबें जरूर पढ़ी जानी चाहिए. वैसे तो इन सारी किताबों को हम-आप अपने स्कूली दिनों में पढ़ ही चुके होंगे लेकिन इन किताबों को फिर से पढ़े जाने की जरूरत होगी. इन सारी किताबों को पढ़ कर आप अपना बेस तैयार करेंगे.
कॉलेज जाने वाले और UPSC की तैयारी करने वाले तमाम स्टूडेंट्स को पिछले साल के सवालों और UPSC के सिलेबस के हिसाब से ऑप्शनल सब्जेक्ट की भी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. ताकि अभ्यर्थी ऑप्शनल सब्जेक्ट की पहले ही तैयारी कर लें. ऐसा करना उन्हें दूसरों से आगे कर देता है.
अब ऐसा तो हो नहीं सकता कि आप दिन भर सिलेबस और परीक्षा की ही तैयारी में लगे रहें. सिलेबस की चीजों के अलावा भारत के इतिहास और राजनीति पर लिखने वाले जाने-माने लेखकों की किताबें जरूर पढ़ें. उन्हें पढ़ने से एक तो आपका मन भी लगा रहता है और दूजा आप महत्वपूर्ण जानकारियां भी इकट्ठी करते हैं.