एक बार फिर से विवाद उठने का अंदेशा है गुजरात चुनाव में ईवीएम को लेकर। गुजरात में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं जिसके लिये गुजरात चुनाव में इस्तेमाल की जाने वाली 3550 वीवीपीएटी (वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनों को चुनाव आयोग ने अपने पहले ही टेस्ट में खराब पाया है।
चुनाव आयोग द्वारा किये गये इस टेस्ट में सबसे खराब वीवीपीएटी मशीनें जामनगर, देवभूमि द्वारका और पाटन जिले में पाई गईं। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक गुजरात में कुल 70,182 VVPAT मशीनों का इस्तेमाल किया जाना हैं।
गुजरात के इलेक्शन कमीशनर बीबी स्वाईं ने बताया कि खराब मशीनों को उनके कारखाने में वापस भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन मशीनों में मामूली तकनीकी खराबी है उन्हें सही किया जा सकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टेस्ट के दौरान खराब पाई गईं VVPAT मशीनों में सेंसर के काम न करने, प्लास्टिक के पुर्जों के टूटे हुए होने और मतदान पेटी (EVM) से जोड़ने में परेशानी होने जैसी समस्याएं पाई गईं हैं। इलेक्शन कमीशन ने चुनाव के दौरान खराब होने वाली VVPAR को बदलने के लिए 4150 अतिरिक्त मशीनों मंगाई हैं।
जानकारी कि लेय बता दें कि गुजरात में कुल 182 विधान सभा सीटे हैं। जिन पर अगले महीने दो चरणों में मतदान होना है। चुनाव आयोग ने पहले चरण का चुनाव 9 दिसंबर को दूसरे और आखिरी चरण का चुनाव 14 दिसंबर को कराने का फैसला लिया है। पहले चरण में 89 सीटों के लिये मतदान होगा, और दूसरे चरण में बाकी बचीं 93 सीटों के लिये चुनाव होना है।