एसआईओ हमेशा हुकूक इंसानी की पामाली करने वालों के खिलाफ रहा है. हम हिन्दुस्तानी हुकूमत से भी अपील करते हैं कि उन्हें सीरिया में मासूम मुसलमानों के क़त्ल आम पर अपना एहतजाज दर्ज करना चाहिए.
यह बात उत्तर प्रदेश मग़रिब के सूबाई सदर एहसानुल हक ने कही है. उन्हों ने कहा कि हर मुआशरे का हर शख्स इस हकीकत से वाकिफ है कि वह एक बाप की औलाद है. इंसानियत सिर्फ इंसान की वजह से है दुनिया में इंसानी इक्दार को मुसतर्द करना इस हकीकत की गवाही है कि मासूम बच्चों, खवातीन, नवजवानों और बूढ़ों, यह सिर्फ एक ज़ाल्मानह जुर्म नहीं बल्कि एक सिय्याह तारीख है.
रूसी फ़ौज के ज़रिये बैरेल बम और क्लोरीन हमले अभी भी जारी हैं. सीरिया में अब तक तकरीबन 250 मासूम बच्चों और नवजवान शहरियों को अपनी जान गवानी पड़ी है. या तो सीरिया में मासूम बच्चे अपनी जान गवां रहे हैं या फिर उनकी रोजी रोटी पर काफी गहरा असर पड़ रहा है. तहखानों में कुछ अस्पताल तो चलाये जा रहे हैं लेकिन उन अस्पतालों में जरूरी सुविधायें नहीं हैं.