नई दिल्ली: यशवंत सिन्हा जो कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं उन्होंने 13 महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए समय मांगा था लेकिन समय नहीं मिला।
समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) के अनुसार सिन्हा ने कहा कि ‘मैंने 13 महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई मुद्दों पर बात करने के लिए समय मांगा लेकिन मुझे वह नहीं मिला। इसके बाद मैंने फैसला किया कि मैं सरकार में किसी से नहीं मिलूंगा। मुझे जो भी कहना है वो मैं सार्वजनिक रूप से जनता में कहूंगा।’
मुझे 13 महीने से अपाइंटमेंट नहीं मिला
यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज की भाजपा, अटल जी और आडवाणी जी के दिनों की नहीं है। उन दिनों में कोई भी कार्यकर्ता आडवाणी जी से बिना अपाइंटमेंट मिल सकता था। अब यहां तक कि पार्टी के वरिष्ठ और महत्वपूर्ण नेताओं को भी पार्टी अध्यक्ष से मिलने की अपाइंटमेंट नहीं मिलती। ऐसे में मुझे यह आश्चर्यजनक नहीं लगा जब मुझे 13 महीने से अपाइंटमेंट नहीं मिला।
आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेताओं का महत्व खत्म हो गया
PTI के मुताबिक, सिन्हा ने पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेताओं का महत्व खत्म हो गया। एक तस्वीर का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को प्रधानमंत्री लड्डू खिला रहे हैं, उस तस्वीर में राजनाथ सिंह, अनंत कुमार, सुषमा स्वराज और अन्य लोग दिखाई दे रहे हैं। लेकिन आडवाणी जी पीछे भी नहीं हैं। अब वो खास से आम कार्यकर्ता हो गए हैं।
उन सभी नीतियों को लागू किया जिसका विरोध करते थे
सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद, यूपीए शासन के दौरान की उन सभी नीतियों को लागू किया जिसका विरोध करते थे। कृषि में अपने प्रदर्शन के लिए भाजपा-शासित मध्यप्रदेश को प्राप्त करने वाले पुरस्कारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘वे केवल आंकड़ों के आधार पर दिए गए हैं।’