लखनऊ: तो चलिए अब बात करते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की। हम आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से अपराधियों पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने यह बात भी साफ करदी कि जो लोग शांति व्यवस्था को भंग करना चाहते हैं और बंदूक की भाषा समझते हैं, उन्हें उन्ही की भाषा में जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हर किसी को सुरक्षा की गारंटी दी जएगी और जो लोग समाज में अशांति फैलाना चाहते हैं और बंदूक की भाषा में विश्वास रखते हैं, उन्हें उन्ही की भाषा में जवाब दिया जाएगा, मैंने प्रशासन को साफ कर दिया है कि इसके लिए बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है।
किसी भी तरह की राहत नहीं देंगे
मुख्यमंत्री ने अपने तेवर साफ करते हुए कहा कि उन लोगों को कोई राजनीतिक राहत नहीं दी जा सकती है जो अराजकता फैलाने में विश्वास रखते हैं, लोकतांत्रिक व्यवस्था को बिगाड़ने में भरोसा रखते हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में यूपी पुलिस एक के बाद एक ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर रही है, जिसमे कुछ एनकाउंटर पर सवालिया निशान भी लगे हैं। नोएडा में पुलिस ने एनकाउंटर के नाम पर दो युवको को गोली मार दी, जिसके बाद दारोगा की सर्विस रिवाल्वर को जब्त कर लिया गया और चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
जारी है पुलिस का ऑपरेशन ऑलआउट
यूपी पुलिस प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट चला रही है, जिसके तहत इस हफ्ते के शुरुआती दिनों में ही महज 72 घंटों के भीतर 18 एनकाउंटर किए गए, इन एनकाउंटर में कई अपराधियों को धर दबोचा गया तो कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए। पुलिस के इस ऑपरेशन ऑलआउट के बारे में यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि किसी अपराधी को संरक्षण नहीं है इस सरकार में, जो अपराधी है, जो दोषी है, वो मरेगा। मतलब जो अपराध की श्रेणी में आएगा उसपर कानून पूरा काम करेगा और कोई उसको संरक्षण नहीं देगा।
विपक्ष पर भी साधा निशाना
इससे पहले मुख्यमंत्री ने विपक्ष के रवैये पर भी जमकर भड़ास निकाली थी, उन्होंने विपक्ष के व्यवहार को अलोकतांत्रिक, अशोभनीय, असभ्य और घृणित बताया था। जिस तरह से राज्यपाल पर कागज के गोले फेके गए थे उसपर टिप्पणी करते हुए आदित्यनाथ ने कहा था कि राज्यपाल पर पेपर बॉल, गुब्बारे फेंके गए थे, उनके खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया। सपा के विधायकों ने यह सब अपने नेता की उपस्थिति में किया जोकि पूरी तरह से अशोभनीय है और इसकी हर किसी को निंदा करनी चाहिए।